आज वर्षों की तपस्या का सुखद फल से अंत और देश भक्ति का जीत हुआ। आज वर्षों की तपस्या का सुखद फल से अंत और देश भक्ति का जीत हुआ।
आज भी समाज में बेटियों के प्रति दो रिती देखने को मिलती है ।खाश रूप से जब अपने ही घर में बंधुआ मजदूरि... आज भी समाज में बेटियों के प्रति दो रिती देखने को मिलती है ।खाश रूप से जब अपने ही...
ज़िन्दगी की मामूली सी घटनाओं में ही छिपे होते हैं वह सूत्र जो जीवन को सार्थक भी बनाते हैं उसकी अर्थव... ज़िन्दगी की मामूली सी घटनाओं में ही छिपे होते हैं वह सूत्र जो जीवन को सार्थक भी ...
पहले मेरा ये कहना था मेरा की" पहले आत्मा तब परमात्मा" अब तो यह कहना हो गया।कि "पहले पर पहले मेरा ये कहना था मेरा की" पहले आत्मा तब परमात्मा" अब तो यह कहना हो गया।कि "...
अब मुझे अपने विचार यही ख़त्म करने होंगे इजाज़त दीजिये धन्यवाद। अब मुझे अपने विचार यही ख़त्म करने होंगे इजाज़त दीजिये धन्यवाद।
जब स्कूल में दाखिला हुआ तो मुझे याद नहीं की कभी खुशी-खुशी जाती थी। माँ से तीन घंटे बिछड जब स्कूल में दाखिला हुआ तो मुझे याद नहीं की कभी खुशी-खुशी जाती थी। माँ से तीन घं...